लफ्जो की है मज़बूरी
तुम नजरो से समझ जाओ
कहती है राधा रानी
मेरे कान्हा चले आओ
माखन की मटकी अब
तड़फती है टूटने को
कहती है ये मटकी भी
मेरे कान्हा चले आओ
बचपन की अटखेलियाँ
वो जंगल वो गऊ मईया
कहती है आज फिर से
मेरे कान्हा चले आओ
वियोग की बेला है ये
अब ना और तडफाओ
मिलन की घड़ियाँ कहती है
मेरे कान्हा चले आओ
मेरे कान्हा चले आओ
डॉ शौर्य मलिक
तुम नजरो से समझ जाओ
कहती है राधा रानी
मेरे कान्हा चले आओ
माखन की मटकी अब
तड़फती है टूटने को
कहती है ये मटकी भी
मेरे कान्हा चले आओ
बचपन की अटखेलियाँ
वो जंगल वो गऊ मईया
कहती है आज फिर से
मेरे कान्हा चले आओ
वियोग की बेला है ये
अब ना और तडफाओ
मिलन की घड़ियाँ कहती है
मेरे कान्हा चले आओ
मेरे कान्हा चले आओ
डॉ शौर्य मलिक
बहुत ही सुन्दर मनमोहक प्रस्तुती,धन्यबाद।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर एवम मनोहारी प्रस्तुति ''डॉ शोर्या'' जी
ReplyDeleteआज वाकई में हर कोई कान्हा का, राधा रानी सा प्यासा/प्यासी है,
और गुहार कर रहा/रही है, क़ि मेरे कान्हा चले आओ।
इस प्रस्थिती से सिर्फ और सिर्फ आप ही उबार सकते हैं।
बहुत सुन्दर प्रार्थना
बधाई
बहुत सुंदर प्रस्तुति !!
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत आलोकिक प्रस्तुती ... कान्हा को पाने की चाह तो सभी को रहती है ...
ReplyDeleteबेहद सुंदर भाव ....एक प्यारी सी रचना केलिए बधाई ....शोर्य जी...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना...
ReplyDelete:-)
सुन्दर रचना ...अछे भाव है .............कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारे ....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और मनभावन प्रस्तुति...
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर मनमोहक प्रस्तुती
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया
ReplyDeleteलफ़्ज़ों की है मजबूरी ...
ReplyDeleteवाह !
बेहतरीन भाव ... बहुत सुंदर रचना....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर .......
ReplyDeletesundar bhavpoorn rachna ..
ReplyDeleteबहुत अच्छा प्यार भरा पुकार ....मेरे कान्हा चले आओ
ReplyDeletelatest post नसीहत
ReplyDeleteअब तो आ कान्हा जाओ, इस धरती पर सब त्रस्त हुए
दुःख सहने को भक्त तुम्हारे आज क्यों अभिशप्त हुए
नन्द दुलारे कृष्ण कन्हैया ,अब भक्त पुकारे आ जाओ
प्रभु दुष्टों का संहार करो और प्यार सिखाने आ जाओ
बहुत उम्दा रचना।
कभी यहाँ भी पधारें।
सादर मदन
http://saxenamadanmohan1969.blogspot.in/
http://saxenamadanmohan.blogspot.in/
कृष्णमय रचना ...बहुत खूब
ReplyDeletewaah....bahut khub
ReplyDeletebahut sunder.................
ReplyDeleteplz visit here also....
anandkriti
http://anandkriti007.blogspot.com
सुन्दर रचना, बधाई.
ReplyDeleteआप सभी का बेहद शुक्रिया अदा करता हूँ
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