Thursday, January 10, 2013

'''TALASH

हुई तलाश पूरी मिलने से आपके 
आज जाना जिंदगी अधूरी क्यूँ लगती थी

कुछ गम था दिल को जिसका हमें गुमा ना था     
तन्हाई मैं अक्सर जो ख्यालो मैं आता  था       
सपनो मैं आकर  हमें कौन सताता था  
सूनी  रातो मैं  बेबस कौन रुलाता था 
बेबात भर  दिन दिल उदास रहता था 

हमको मालूम ना था क्या है दिल की चाहत 
किसकी तलाश थी इसको .....


हुई तलाश पूरी मिलने से आपके 
आज जाना जिंदगी अधूरी क्यूँ लगती थी

क्यूँ मैं अपनी ही  खुदी से अलग था 
आँखों को हर वक़्त इंतजार किसका था 
हर आहट  पर दिल दरवाजा  ताकता था 
उदास दिल पहलू  कोई रोने को ढूंढ़ता था
 हैं कँहा वो 'अपना' दिल ये सोचता था 
 दुःख कहे किससे  अपने  दर्द  पूछता  था 


हमको मालूम ना था क्या है दिल की चाहत 
किसकी तलाश थी इसको .....


हुई तलाश पूरी मिलने से आपके 
आज जाना जिंदगी अधूरी क्यूँ लगती थी




Monday, January 7, 2013

YAADAIN.......... YAD AATI H..........


अब  भी आती है जब यादें  

मन मैं उठती है फिर  लहरें 

मिलने की इच्छा फिर होती तुझसे  

बिताने है  फिर तेरे साथ कुछ पल 

अब तो हो गया मुश्किल ,

अब नही कुछ मेरे वस  में 

पल पल उठते बैठते आते है , 

याद  वो बीते हुए लम्हे , 

अब तो व्याकुलता है जोरो पर ,

नही जोर अब कुछ मेरे मन पर 

अब तो जगी फिर से ,

फिर से एक तमन्ना है ,

अधूरा रहा था जो सपना ,

अब वो पूरा करना है ,

लगता था डर  मुझको ,

लेकिन अब नही डरना है,

मिलेगा साथ भी तेरा,

इस उम्मीद पर  जीना है ,

सोचा न था मिलेंगे फिर ,

जिन्दगी के किसी मोड पर 

अब तनहा न छोड़कर जाना ,

अब यादो के सहारे न जी पाऊंगा ,