Wednesday, January 8, 2014

बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है ...............................

दिल का सुखद एहसास
सबकी आँखों का नूर
हर घर की शान है
जरूरते बहुत थोड़ी है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है

बिन बोले वो पढ़ लेती है मुझको
उसके बिन जिंदगी अधूरी है
कभी कोई गिला शिकवा नही
जितना मिल जाये वही काफी है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है

उगता हुआ सूरज या चाँद की चाँदनी
उसकी चमक के आगे बेमानी है
हर माँ बाप के दिल का ख्वाब होती है
क्योंकि बेटियाँ कुछ खास होती है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है

डॉ शौर्य मलिक 

14 comments:

  1. वाह बहुत ही शानदार ।

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  2. भावो का सुन्दर समायोजन......

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  3. बहुत सुन्दर और भावपूर्ण रचना...बेटियों का प्यार अतुलनीय होता है...

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  4. आपकी इस उत्कृष्ट अभिव्यक्ति की चर्चा कल रविवार (27-04-2014) को ''मन से उभरे जज़्बात (चर्चा मंच-1595)'' पर भी होगी
    --
    आप ज़रूर इस ब्लॉग पे नज़र डालें
    सादर

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  5. अभिषेक भाई आपका बेहद शुक्रिया , आपने इस रचना को इतनी इज़्जत बख्शी

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  6. बहुत सुन्दर रचना, बधाई.

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  7. सुंदर रचना

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  8. सुन्दर एवं भावपूर्ण रचना. दिल को छू जाने वाली लेखनी. धन्यवाद.

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  9. दिल को छूते हुए गुज़र जाती है आपकी रचना ...

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  10. अतिसुन्दर एवँ भावपूर्ण रचना
    आभार
    मेरे ब्लॉग पर स्वागत है।

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  11. उगता हुआ सूरज या चाँद की चाँदनी
    उसकी चमक के आगे बेमानी है
    हर माँ बाप के दिल का ख्वाब होती है
    क्योंकि बेटियाँ कुछ खास होती है
    बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
    .... बहुत सुन्दर
    बिटिया है तो कल है

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  12. हां सच है ........... प्यार जरूरी हैं
    http://savanxxx.blogspot.in

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