दिल का सुखद एहसास
सबकी आँखों का नूर
हर घर की शान है
जरूरते बहुत थोड़ी है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
बिन बोले वो पढ़ लेती है मुझको
उसके बिन जिंदगी अधूरी है
कभी कोई गिला शिकवा नही
जितना मिल जाये वही काफी है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
उगता हुआ सूरज या चाँद की चाँदनी
उसकी चमक के आगे बेमानी है
हर माँ बाप के दिल का ख्वाब होती है
क्योंकि बेटियाँ कुछ खास होती है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
डॉ शौर्य मलिक
सबकी आँखों का नूर
हर घर की शान है
जरूरते बहुत थोड़ी है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
बिन बोले वो पढ़ लेती है मुझको
उसके बिन जिंदगी अधूरी है
कभी कोई गिला शिकवा नही
जितना मिल जाये वही काफी है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
उगता हुआ सूरज या चाँद की चाँदनी
उसकी चमक के आगे बेमानी है
हर माँ बाप के दिल का ख्वाब होती है
क्योंकि बेटियाँ कुछ खास होती है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
डॉ शौर्य मलिक
वाह बहुत ही शानदार ।
ReplyDeleteभावो का सुन्दर समायोजन......
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और भावपूर्ण रचना...बेटियों का प्यार अतुलनीय होता है...
ReplyDeleteआपकी इस उत्कृष्ट अभिव्यक्ति की चर्चा कल रविवार (27-04-2014) को ''मन से उभरे जज़्बात (चर्चा मंच-1595)'' पर भी होगी
ReplyDelete--
आप ज़रूर इस ब्लॉग पे नज़र डालें
सादर
अभिषेक भाई आपका बेहद शुक्रिया , आपने इस रचना को इतनी इज़्जत बख्शी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !
ReplyDeletenew post रात्रि (सांझ से सुबह )
बहुत सुंदर !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना, बधाई.
ReplyDeleteसुंदर रचना
ReplyDeleteसुन्दर एवं भावपूर्ण रचना. दिल को छू जाने वाली लेखनी. धन्यवाद.
ReplyDeleteदिल को छूते हुए गुज़र जाती है आपकी रचना ...
ReplyDeleteअतिसुन्दर एवँ भावपूर्ण रचना
ReplyDeleteआभार
मेरे ब्लॉग पर स्वागत है।
उगता हुआ सूरज या चाँद की चाँदनी
ReplyDeleteउसकी चमक के आगे बेमानी है
हर माँ बाप के दिल का ख्वाब होती है
क्योंकि बेटियाँ कुछ खास होती है
बस उसे थोडा सा प्यार जरुरी है
.... बहुत सुन्दर
बिटिया है तो कल है
हां सच है ........... प्यार जरूरी हैं
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in