Monday, January 7, 2013

YAADAIN.......... YAD AATI H..........


अब  भी आती है जब यादें  

मन मैं उठती है फिर  लहरें 

मिलने की इच्छा फिर होती तुझसे  

बिताने है  फिर तेरे साथ कुछ पल 

अब तो हो गया मुश्किल ,

अब नही कुछ मेरे वस  में 

पल पल उठते बैठते आते है , 

याद  वो बीते हुए लम्हे , 

अब तो व्याकुलता है जोरो पर ,

नही जोर अब कुछ मेरे मन पर 

अब तो जगी फिर से ,

फिर से एक तमन्ना है ,

अधूरा रहा था जो सपना ,

अब वो पूरा करना है ,

लगता था डर  मुझको ,

लेकिन अब नही डरना है,

मिलेगा साथ भी तेरा,

इस उम्मीद पर  जीना है ,

सोचा न था मिलेंगे फिर ,

जिन्दगी के किसी मोड पर 

अब तनहा न छोड़कर जाना ,

अब यादो के सहारे न जी पाऊंगा ,



3 comments:

  1. सुन्दर रचना, शुभकामनाएँ.

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  2. धन्यवाद डॉ शबनम जी

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  3. सुन्दर अभिव्यक्ति..मन के भावों की।

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