बात होती
भूल जाते है
बहुत सी बातो को
लेकिन तेरी बातो को कभी
भूलने की बात नहीं होती
रहते थे व्याकुल मिलने को तुझसे
आज मिलकर भी तुझसे
कोई बात नहीं होती
गर मिल जाते तुम
आज मुझको तो
फिर उन पुरानी
मुलाकातों की बात होती
बेवफाई ना करते
अगर तुम मुझसे
तो आज भी होटो पर
तेरी वफ़ा की बात होती
बहुत खूब ..
ReplyDeleteप्यारे भाव !!
बहुत गहन अर्थ, शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
बहुत भावपूर्ण रचना...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर .....बहुत खूब ..
ReplyDeleteभावपूर्ण ग़ज़ल !!
ReplyDeleteबढ़िया अभिव्यक्ति है ..
ReplyDeleteबधाई !
ताऊ ब्लॉग से होते हुए पहली बार आप के ब्लॉग पर आना हुआ.
ReplyDeleteअच्छी रचना है.
.......
[बुरा न माने तो एक सलाह दूँ -ब्लॉग के हेडर को छोटा कर लें.७४० लम्बाई और चौड़ाई २००-३०० से ज्यादा नहीं हो तो बेहतर .
ब्लॉग खुलने में टाइम लेता है ब्लॉग पर धीरे--धीरे पहले फोटो लोड होती है फिर कहीं पोस्ट पर पहुँच पाते हैं.]
आपका बहुत आभार आप यहाँ आये, आपने जो कहा है वो बदलाव कर दिया है
Deleteबहुत -बहुत धन्यवाद आप का जो आप ने मेरी बात का बुरा नहीं माना बल्कि अपेक्षित सुधार भी कर दिया है.
Deleteएक और बात--
आप के प्रोफाइल--[जो गूगल प्लस का है ] पर जब क्लिक करते हैं तो वहां पेज पर ढेरों लिंक दिखते हैं.
वहाँ आया नया विसिटर कैसे जाने कि आप का ब्लॉग कौन सा है ?इस के लिए आप को गूगल प्लस के प्रोफाइल में ''अबाउट '' में जा कर अपने ब्लॉग का लिंक भी देना चाहिए.जिस से पढने वाले आप के लिखे तक पहुँच सकें.
या सिर्फ अपने ही ब्लॉग के लिंक अपने प्लस प्रोफाइल के पेज पर रखने चाहिए.
:)..
हाँ अपने ब्लॉग को किसी अग्रीग्रेटर में भी रजिस्टर करा लिजीये.मैं ने अपना ब्लॉग हमारीवाणी डॉट कोम पर रजिस्टर किया हुआ आप भी वहां रजिस्टर करा सकते हैं .इस से आप के ब्लॉग के बारे में और भी लोगों को मालूम चलेगा और आप को पाठक मिलेंगे.
Deleteये सभी 'सुझाव के कमेन्ट आप चाहें तो डिलीट कर सकते हैं.
अल्पना जी आपके सुझाव बहुत अच्छे है मैं डिलीट नहीं करूँगा, और आपके बताये हुए सुधार मैंने कर दिए है ,अब मेरे गूगल अबाउट में मेरा ब्लॉग भी मिलेगा
Deleteडॉ साहब
ReplyDeleteलाज़वाब बात कही है,
पर आजकल प्यार से ज्यादा उम्मीद कहाँ बची है।
बस अपनी तरफ से कोई कसर बांकी न रह जाए,
बस यही कोशिश रहनी चाहिए।
बहुत खूब रचना आपकी
कभी बहुत सारी बातें होती हैं और कभी कुछ नहीं
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !