जिन्दगी
भावो को आज मैंने बह जाने दिया,
जो दिल में आया ,कलम से लिख जाने दिया,
सपनो के सागर में खुद को डूब जाने दिया,
दिल से आज जिन्दगी को बिन पंख उड़ जाने दिया,
सब गिलो सिकवो को आज बह जाने दिया,
बस हँसी को आज दिल में उतर जाने दिया,
ज़माने के गमो को आज ज़माने के संग जाने दिया,
पहली बार आज ख़ुशी को दिल के अंदर उतर जाने दिया,
नफरतो को छोड़कर ,प्यार को हमराह बन जाने दिया,
बदले शायद जिन्दगी ,इस उम्मीद से आज उसूलो को भी टूट जाने दिया,
जिन्दगी को जिन्दगी से आज मिल जाने दिया,
हमने तो आज अपनी रूह को भी फना हो जाने दिया,
simply superb.
ReplyDeletePlz visit my blogs.
thk u madan ji, surely i will
Deleteसंवेदनशील कविता। बधाई।
ReplyDeleteआभार मधु जी
Deleteसुंदर रचना के लिए आपको बधाई.....शोर्य जी
ReplyDeleteसंजय भास्कर
शब्दों की मुस्कुराहट
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
आभार संजय जी
ReplyDeleteBEAUTIFUL LINES WITH GREAT EMOTIONS AND FEELINGS
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