गफलत थी कुछ ऐसी की, अपना नाम ए निशान मिटा बैठे , न जाने कब रेत पर उनकी , धुन्द्ली सी तस्वीर बना बैठे ,,,,,,,,,,,,,,,
मोहब्बत में ऐसा ही होता है ....सुन्दर पंक्तियाँ ...!!
होसला बढ़ाने के लिए धन्यवाद
हा हा हा ...अच्छा लिखने लगे हो .... शुभकामनाए
आभार,
मोहब्बत में ऐसा ही होता है ....सुन्दर पंक्तियाँ ...!!
ReplyDeleteहोसला बढ़ाने के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteहा हा हा ...अच्छा लिखने लगे हो .... शुभकामनाए
ReplyDeleteआभार,
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